गुनाहो का मसीहा लोग मुझें कहतें हैं, कभी शायर तो कभी कवि तो कभी मतलबफरोख्त कहतें है। गुनाहो का मसीहा लोग मुझें कहतें हैं, कभी शायर तो कभी कवि तो कभी मतलबफरोख्त कह...
तुम खास हो मेरे लिए वैसे ही जैसे कड़ी धूप में छांव होता है! तुम खास हो मेरे लिए वैसे ही जैसे कड़ी धूप में छांव होता है!
बहुत लोग मिलते हैं ज़िन्दगी में, पर कुछ ही करीब आते हैं... बहुत लोग मिलते हैं ज़िन्दगी में, पर कुछ ही करीब आते हैं...
मेरी मां तुम हम सबकी आंखों का तारा हो। जिसके बिना हर घर सुना हो। मेरी मां तुम हम सबकी आंखों का तारा हो। जिसके बिना हर घर सुना हो।
जो उम्र है मेरी , उस हिसाब से , सब देखा , मगर तुम सा नही देखा ... जो उम्र है मेरी , उस हिसाब से , सब देखा , मगर तुम सा नही देखा ...
थोड़ा बेचैन हूँ मैं,ज़रा सी प्यास मन में है।लौट कर गांव से अपने,सपनों के शहर में आया हूँ। थोड़ा बेचैन हूँ मैं,ज़रा सी प्यास मन में है।लौट कर गांव से अपने,सपनों के शहर में आ...